यह कहानी हिना क्यो नाम की एक पवित्र नन के बारे में है।
वह एक शांत और धार्मिक जीवन जीती है, लेकिन उसके भीतर दबी हुई कामुक इच्छाएं हैं।
एक दिन, एक अजनबी गांव में आता है और हिना क्यो के मन में हलचल पैदा कर देता है।
वह उस अजनबी के प्रति आकर्षित होने लगती है और अपनी धार्मिक मान्यताओं और कामुक इच्छाओं के बीच संघर्ष करने लगती है।
जैसे-जैसे हिना क्यो उस अजनबी के साथ अधिक समय बिताती है, वह अपनी दबी हुई इच्छाओं को और अधिक महसूस करने लगती है।
वह उस अजनबी के साथ प्यार करने लगती है और उसके साथ यौन संबंध बनाने का सपना देखती है।
हालांकि, वह जानती है कि एक नन के रूप में, उसे अपने धार्मिक दायित्वों का पालन करना चाहिए।
वह एक कठिन निर्णय का सामना करती है: क्या उसे अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करना चाहिए या अपनी कामुक इच्छाओं को पूरा करना चाहिए?
अंत में, हिना क्यो अपनी कामुक इच्छाओं को पूरा करने का फैसला करती है।
वह उस अजनबी के साथ यौन संबंध बनाती है और अपने जीवन में पहली बार खुशी और संतुष्टि का अनुभव करती है।
हालांकि, वह जानती है कि उसके फैसले के परिणाम होंगे।
उसे अपने समुदाय और चर्च से बाहर कर दिया जाएगा।
क्या हिना क्यो अपने फैसले के परिणामों का सामना करने के लिए तैयार है?









